ख़ातिर वतन के देखो, क़ुरबां हुए हैं लाल,
फड़क उठी भुजाएँ, अब ठोकने को ताल।
इतना ही रहम कर दो, सुनो मेरे हुक्मरान,
लाने दो काट कर सिर, रह जाये ना मलाल।
सिंदूर मिट गए कई, घर-आँगन उजड़ गए,
कैसी चली समय ने, ये साजिशों की चाल।
ख़ामोशी छा गयी है, सरहद के पार भी,
दहशत में जी रहे खुद, आतंक के दलाल।
फटने को हुआ आतुर, ये मेरा रोम-रोम,
मत रोको; आने भी दो, अब खून में उबाल।
वार्ताएँ बहुत कर लीं, लेकर के शांति दीप,
यलगार करो अब तो, लेकर 'रवीन्द्र' मशाल।
14 फरवरी 2019 को पुलवामा (जम्मू एवं काश्मीर) में वीर गति को प्राप्त, माँ भारती के अमर सपूतों को कृतज्ञ राष्ट्र नमन करता है....💐💐💐
...©रवीन्द्र पाण्डेय 🌹🌹
#9424142450#
शहीदों को शत शत नमन ...।।
ReplyDeleteशहीदों को श्रद्धांजलि जय हिंद ।
ReplyDelete